कम्प्यूटर
क्या है ?
कंप्यूटर का अर्थ-
शाब्दिक तौर पर कम्प्यूटर का कोई अर्थ आज तक समझ में नहीं आया और नहीं इसके प्रति कोई ठोस पर्यायवाची शब्द उल्लेखित किये गए । बोलचाल की भाषा में अंग्रेगी शब्द को हीं कम्प्यूटर मन लिया गया जिसको संगणक कहा जाता है अर्थात् संगणक एक “गणना करने वाला" यन्त्र है, किन्तु सामान्य भाषा में इसे सुगमता के लिये कम्प्युटर के नाम से ही जाना जाता है। कम्प्यूटर शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के "कम्प्यूट" शब्द से हुई है जिसका अर्थ 'गणना करना' होता है। इसी कारण से कम्प्यूटर का जन्म मुख्यतया गणना कार्यों के लिए हुआ था किन्तु आज के वैज्ञानिक युग में इसका कार्यक्षेत्र काफी विस्तृत होने के कारण आधुनिक युग को 'कम्प्यूटर युग' की संज्ञा दे दी गई है। अतः कम्प्यूटर वह मशीन है जो डाटा स्वीकार करता है, उसे संगृहीत करता है, तथा दिये गये निर्देशों के अनुरूप उनका विश्लेषण कर परिणाम देता है । जो कार्य करने वाला आपरेटर का इनपुट से प्रभावित होता है ।
अगर हम कम्प्यूटर के
शाब्दिक अर्थ पर ध्यान दें तो पाते हैं कि यह वस्तुतः अंग्रेजी के 7
अक्षरों के संयोग से
बना है जो इसके अर्थ को अति व्यापक बना देते हैं।
C = commonly (सामान्य रूप से)
0 = Operator (कार्य करनेवाला)
M = Machine (यंत्र)
P = Particular (मुख्य रूप से)
U = User (प्रयोगक)
T =Trade (व्यापार)
E = Education (शिक्षा)
R = Research (अनुसंधान)
मुख्यतः इसके तीन काम
होते हैं-
इनपुट
प्रोसेस
आउट पुट
आम भाषा में कहें तो कम्प्यूटर एक ऐसा
यन्त्र है जो कि गणनाएँ, गणितीय क्रियाएँ तथा इसी प्रकार की अन्य क्रियाएँ सम्पादित करता है।
कम्प्यूटर को सामान्य भाषा में पर्सनल कम्प्यूटर भी कहा जाता है। यह एक ऐसा
इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो विभिन्न प्रकार की सूचनाओं को एकत्रित कर उनका मुद्रण हेतु
प्रिंटिंग मशीन से जोड़ कर छपा हुआ परिणाम प्राप्त किया जा सकता है। कम्प्यूटर का
मूल कार्य तथा कार्यविधि ऐसी ही है जैसी कि एक साधारण से कैलकुलेटर की होती है।
वस्तुतः कैलकुलेटर एक ऐसी युक्ति है जो व्यक्ति द्वारा दी गई संख्याओं पर व्यक्ति
द्वारा चयन किया गया गणितीय कार्य करके व्यक्ति के समक्ष वांछित परणाम प्रस्तुत
करती है।
कैलकुलेटर की अपेक्षा कम्प्यूटर का
कार्य-क्षेत्र तथा इसके द्वारा प्रदान की जाने हैं वाली सुविधायें अत्यधिक विस्तृत
हैं। कम्प्यूटर को उसका प्रयोगकर्त्ता कुछ आँकड़े, देता है। इन आँकड़ों में अंक,
चित्र,
लेख तथा संख्यायें
इत्यादि सम्मिलित रहते हैं। कम्प्यूटर को ऑकड़े अथवा डेटा देने के उपरान्त उन
आँकड़ों पर जो भी कार्य अथवा क्रिया होनी है उसकी सूचना, निर्देश अथवा कमाण्ड के रूप में कम्प्यूटर
को दी जाती है। संक्षेप में, यह आँकड़ों पर किये जाने वाले कार्य अथवा क्रिया को पूर्ण कर प्राप्त
परिणाम प्रयोगकर्त्ता समक्ष प्रस्तुत करता है। कैलकुलेटर की अपेक्षा कम्प्यूटर का
कार्य क्षेत्र अत्यधिक व्यापक है। प्रारम्भ में कम्प्यूटर का आविष्कार वैज्ञानिक
तथा गणितीय समस्याओं तथा गणनाओं को शीघ्रता तथा पूर्ण शुद्धता से हल करने के लिये
किया गया था। परन्तु समय के साथ-साथ कम्प्यूटर की संरचना,
कलपुर्जे तथा
कार्यशैली परिष्कृत होती गयी तथा बाद में और भी शुद्धता से बड़े-बड़े कार्य
कम्प्यूटर द्वारा किये जाने लगे।
कंप्यूटर विशेषताएँ -
कम्प्यूटर, आधुनिक युग का क्रान्तिकारी यन्त्र तथा
वरदान कही जाने वाली एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक संरचना या मशीन है जिसकी आज दुनिया कायल
है। 'कम्प्यूटर'
का तात्पर्य एक ऐसे
यन्त्र से है जिसका उपयोग गणना, प्रक्रिया, यान्त्रिकी, अनुसन्धान, शोध आदि कार्यों में किया जाता । यह एक विद्युत चलित मशीन है जो डाटा तथा
निर्देशों को इनपुट के रूप में ग्रहण करता है, उनका विश्लेषण करता है तथा आवश्यक
परिणामों को निश्चित प्रारूप में आउटपुट के रूप में निर्गत करता है। डाटा भण्डारण
तथा तीव्रगति और त्रुटिरहित ढंग से उसके विश्लेषण का कार्य करता है ।
कम्प्यूटर, आधुनिक युग का क्रान्तिकारी यन्त्र तथा
वरदान कही जाने वाली एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक संरचना या मशीन है जिसकी आज दुनिया कायल
है। 'कम्प्यूटर'
का तात्पर्य एक ऐसे
यन्त्र से है जिसका उपयोग गणना, प्रक्रिया, यान्त्रिकी, अनुसन्धान, शोध आदि कार्यों में किया जाता । यह एक विद्युत चलित मशीन है जो डाटा तथा
निर्देशों को इनपुट के रूप में ग्रहण करता है, उनका विश्लेषण करता है तथा आवश्यक
परिणामों को निश्चित प्रारूप में आउटपुट के रूप में निर्गत करता है। डाटा भण्डारण
तथा तीव्रगति और त्रुटिरहित ढंग से उसके विश्लेषण का कार्य करता है ।
कम्प्यूटर शब्द अपनी अर्थ, विशालता अपने ही शब्द में छुपाए हुए हैं जो आधुनिक युग में सभी जन के मस्तिष्क में विराजमान विभिन्न क्षेत्रों में सहायता प्रदान कर रहा है। कौन सी क्रिया होनी है उसकी सूचना, निर्देश अथवा कमाण्ड के रूप में कम्प्यूटर को दी जाती है। संक्षेप में, यह आँकड़ों पर किये जाने वाले कार्य अथवा क्रिया को पूर्ण कर प्राप्त परिणाम प्रयोगकर्त्ता समक्ष प्रस्तुत करता है। कैलकुलेटर की अपेक्षा कम्प्यूटर का कार्य क्षेत्र अत्यधिक व्यापक है। प्रारम्भ में कम्प्यूटर का आविष्कार वैज्ञानिक तथा गणितीय समस्याओं तथा गणनाओं को शीघ्रता तथा पूर्ण शुद्धता से हल करने के लिये किया गया था। परन्तु समय के साथ-साथ कम्प्यूटर की संरचना, कलपुर्जे तथा कार्यशैली परिष्कृत होती गयी तथा बाद में और भी शुद्धता से बड़े-बड़े कार्य कम्प्यूटर द्वारा किये जाने लगे।
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